उजड़े चमन मै आईं बहारें हैं आपसे
टूटे दिलों की भरी दरारें है आपसे
इस मेहफिल पहले ये सुर- ताल नहीं थी
जो सुन रहे है हम वो मल्हारें है आपसे
उजड़े चमन मै आईं बहारें हैं आपसे
टूटे दिलों की भरी दरारें है आपसे
इस मेहफिल पहले ये सुर- ताल नहीं थी
जो सुन रहे है हम वो मल्हारें है आपसे